Sindoor Side Effects: भारतीय संस्कृति में करीब 5,000 साल से सुहागिन के सिंदूर लगाने का रिवाज़ चला आ रहा है। शादीशुदा महिला का मांग में सिंदूर भरना सौभाग्य और सुहागिन होने की निशानी मानी जाती है। विद्वानों का कहना है कि सिंदूर का लाल रंग महिला में ऊर्जा का प्रतीक होता है। माना जाता है कि पारिवारिक जिम्मेदारियों से होने वाले तनाव को चुटकी भर सिंदूर कम कर देता है। आईए जानते हैं कि सिंदूर तनाव कैसे कम करता और क्या हैं मिलावट वाले सिंदूर के नुकसान। लेकिन उससे पहले आपको सिंदूर के पौधे के बारे में बताते हैं।
सिंदूर का पौधे
पुराने जमाने में जब सिंदूर नहीं था तो प्रकृति में एक ऐसा पौधा मौजूद था जिसकी मदद से महिलाएं सिंदूर का इस्तेमाल करती थीं। इसे ‘सिंदूर का पौधा’ या ‘कमिला’ भी कहा जाता है। यह पौधा दक्षिण अमेरिका के अलावा कई एशियाई देशों में पाया जाता है। अमेरिका में इसके नेचुरल कलर का इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स जैसे लिपस्टिक, हेयर डाई, नेल पॉलिश आदि बनाने में किया जाता है।
वहीं भारत में ये पौधा हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र में पाया जाता है। इस एक पौधे से डेढ़ किलो तक सिंदूर के बीज निकलते हैं और उन्हीं बीजों का इस्तेमाल करके रंग बनाया जाता है। सिंदूर के पौधे लगाने के लिए ज्यादा खाद और पानी की जरूरत नहीं होती है। ज्यादा खाद और पानी से इसमें फल नहीं आते।
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सिंदूर का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक सिंदूर को पार्वती और सती का प्रतीक माना जाता है। वहीं, हिंदू विवाह में सिंदूर लगाने की रस्म शादी की सबसे पवित्र और अहम रस्मों में से एक है, और इस रस्म के बाद विवाह पूरा होता है। शुद्ध सिंदूर हल्दी, चूना और हर्बल सामग्रियों से तैयार किया जाता है, जो सेहत के लिए अच्छा माना जाता है, ये तनाव कम करता है और ब्रेन को एक्टिव बनाए रखता है।
Sindoor Side Effects: मिलावट वाले सिंदूर का नुकसान
आजकल बाजार में सिंदूर भी मिलावटी मिल रहा है। ये रेड लेड और मरकरी से बनाया जाने लगा है, जो सेहत के लिए बहुत हानिकारक है, इसे लगाने का गलत असर एक महिला की सेहत पर भी पड़ सकता है और ये कई तरह की बीमारियों को भी गिरफ्त में ले सकता है। लाल रंग के पाउडर को तैयार करने के लिए जिन केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, वो बालों के झड़ने, स्किन पर चकत्ते और खुजली पैदा करते हैं।
सिंदूर इस्तेमाल करने से पहले दें ध्यान
यह ध्यान देना जरूरी है कि आप जिस सिंदूर का इस्तेमाल कर रही हैं, उसमें पारा सल्फाइड तो नहीं है। मरकरी जिसे पारा कहते हैं; आपके नर्वस, डाइजेस्टिव सिस्टम, फेफड़े, गुर्दे, त्वचा, आंखों और इम्यूनिटी पर बुरा असर डालती है और ये स्किन कैंसर के लिए भी जिम्मेदार हो सकती है। सिंदूर गलती से मुंह में चला जाए तो ये फूड पॉइजनिंग भी कर सकता है और आवाज भी जा सकती है। इसलिए हमेशा शुद्ध सिंदूर ही लगाएं जिससे स्वभाव के साथ आपकी सेहत भी अच्छी रहेगी।
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