World Environment Day 2024:  प्रकृति को हैं हमारी ज़रूरत, धरती को बचाने के लिए बढ़ाएं हाथ

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World Environment Day 2024

Save Environment, Save World : हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मानाया जाता है। हमे ये याद दिलाया जाता है कि प्रकृति से हम हैं, हमसे प्रकृति नहीं। अगर अपनी आने वाली पीढ़ियों को बचाना है तो पर्यावरण को बचाने की शुरूआत खुद से करें।

World Environment Day 2024 Theme

इस साल विश्व पर्यावरण दिवस 2024 की थीम “Land Restoration, Desertification And Drought Resilience” है। इस थीम का फोकस ‘हमारी भूमि’ नारे के तहत भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखे पर है। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई और बढ़ते प्रदूषण के चलते पर्यावरण दूषित होता जा रहा है। ग्लोबल वार्मिंग बढ़ती जा रही है।

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विकास नाम पर क्यों Environment से दुश्मनी?

विकास के नाम पर प्रकृति के साथ कितनी छेड़खानी हो रही है ये हम सभी जानते हैं। पेड़ काटे जा रहे हैं, जंगलों को नष्ट किया जा रहा है, नदियों का रुख मोड़ा जा रहा है। इतना ही नहीं बढ़ता प्रदूषण मनुष्य, पशु-पक्षियों और समुद्री जीवों का जीवन संकट में डाल रहा है। इसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हम इंसान ही हैं। प्रदूषण के कारण न धरती रहने लायक बची है और पानी पीने के लायक रहा है। समुद्रों का पानी दूषित हो रहा है। ऐसी चीजों को उत्पादन बढ़ रहा है जो सिर्फ प्रदूषण बढ़ा रही हैं। 5 हजार अरब टन से ज्यादा टॉक्सिन्स पर्यावरण में छोड़े जा रहे हैं। हालात ये हैं कि 12,000 से ज्यादा स्पिशीज विलुप्त हो चुके हैं और हजारों विलुप्ति होने के कागर पर हैं।

Environment को बचाने के लिए लेने होंगे कदम।

ऐसे में पर्यावरण को बचाने के लिए आपको जरूरी कदम उठाने चाहिए। एक पहल करके तो देखो आपको खुद से अच्छा महसूस होगा। जिस प्रकृति ने हमें इतना कुछ दिया है उसे बचाने के लिए आपको अपने हाथ जरूर आगे बढ़ाने चाहिए। आप इसकी शुरुआत अपने परिवार और घर से ही कर सकते हैं।

Save Environment
  • सबसे पहला कदम प्लास्टिक को NO कहें। आप अपने घर में प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करें। खासतौर से पॉलिथिन पर रोक लगा दें।
  • घरों में प्लास्टिक की जगह पर स्टील और कांच की बोतल का इस्तेमाल करें। बाहर से पानी से बोतल न खरीदें हमेशा अपनी बोतल साथ लेकर चलें।
  • कागज का कम से कम इस्तेमाल करें। टॉयलेट पेपर बनाने में हर रोज पूरी दुनिया में 27,000 पेड़ काटे जाते हैं। आप टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल बंद कर दें।
  • जरूरत से ज्यादा पानी का इस्तेमाल न करें। पानी को बचाएं जितना हो सके कम खर्च करें या फिर पानी का रीयूज जरूर करें। नेचुरल रिसोर्स को बढ़ाने के लिए काम करें।
  • पुरानी चीजों को फेंके नहीं बल्कि उन्हें रीसाइकल करके फिर से अपने इस्तेमाल में लाने की कोशिश करें।
  • घर के आसपास हर साल कम से कम 10 पेड़ लगाने का संकल्प लें। इससे आस-पास हरियाली बढ़ेगी और हवा में प्रदूषण भी कम होने लगेगा।
  • वाहनों का इस्तेमाल कम से कम करें। ज्यादा से ज्यादा Public Transport का  इस्तेमाल करें। Electric Vehicle  या साइकिल का उपयोग करें।
  • सब्जी खरीदने मार्केट में जाएं तो प्लास्टिक के बैग्स को ना कहें। अपने घर से कपड़े का बैग लेकर जाएं। जितना हो सके अपनी लाइफ से प्लास्टिक को कम करें।

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Environment को बचाने का महत्व

पर्यावरण पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए मौलिक है, यह हमें सांस लेने के लिए हवा, पीने के लिए पानी और जीवित रहने के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करता है। पर्यावरण को संरक्षित करके, हम पारिस्थितिकी तंत्र के नाजुक संतुलन को बनाए रखते हैं और जीवन की समृद्ध विविधता की रक्षा करते हैं। इसके अलावा, एक स्वस्थ पर्यावरण मानवता के समग्र कल्याण में योगदान देता है और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद करता है।

जैव विविधता संरक्षण: पर्यावरण संरक्षण का एक महत्वपूर्ण पहलू

जैव विविधता हमारे ग्रह पर रहने वाले पौधों और जानवरों की प्रजातियों की विशाल श्रृंखला को समाहित करती है। यह पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखने और अनगिनत जीवों के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। जैव विविधता को संरक्षित करना आवश्यक है, क्योंकि यह पारिस्थितिक स्थिरता को मजबूत करता है, पारिस्थितिकी तंत्र के लचीलेपन को बढ़ाता है और कई पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएँ प्रदान करता है। ये सेवाएँ परागण और पोषक चक्र से लेकर जलवायु विनियमन तक हैं। पर्यावरण की सुरक्षा करके, हम जैव विविधता की रक्षा करते हैं और पृथ्वी पर जीवन के जटिल जाल को बनाए रखते हैं।

आखिर क्यों Environment से छेड़छाड़ ?

क्यों लोग capitalism के लिए कुछ भी करने को तैयार है ? क्यों उन चीजों का उत्पादन किया जाता है जो Environment को खतरे में डाल देती हैं ? क्यों सरकार Environment के लिए शक्त कदम नहीं उठती ? अभी जो पैसा ,हमें  environment को ख़रीद कर दे रहा हैं ,क्या यही पैसा भविष्य में  Environment को regenerate करेगा ?

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