Parliament Session: नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में नीट-अग्निवीर से लेकर भाजपा के हिंदुत्व पर किया तीखा प्रहार।
18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद के पहले सत्र के छठे दिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में भाजपा पर हमला बोला और कहा कि हिंदुत्व केवल डर, नफरत और झूठ फैलाना नहीं है।
राहुल गांधी के इस बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आपत्ति जताई और कहा कि हिंसा की भावना को किसी धर्म के साथ जोड़ने और इस सदन में, और संवैधानिक पद पर बैठे हुए सदस्य राहुल गांधी को अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए । राहुल के भाषण के दौरान कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने सवाल उठाया। वहीं लोकसभा में नेता विपक्ष के रूप में अपने पहले संबोधन में ही राहुल गांधी ने भाजपा-संघ के हिंदुत्व पर तीखा प्रहार किया।
Parliament Session: राहुल गांधी ने भाजपा-संघ के हिंदुत्व पर तीखा प्रहार किया।
लोकसभा में नेता विपक्ष के रूप में अपने पहले संबोधन में ही राहुल गांधी ने भाजपा-संघ के हिंदुत्व पर तीखा प्रहार किया। कहा कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे चौबीसों घंटे हिंसा और नफरत फैलाने में लगे हैं। राहुल के आरोपों का खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रतिकार किया और गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे माफी की मांग की।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिंदुओं को हिंसक कहना गंभीर मामला है। हालांकि, अपनी टिप्पणी को हिंदू समुदाय के खिलाफ बताने के भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के एतराज को खारिज करते हुए राहुल ने कहा कि यह बात उन्होंने भाजपा के संदर्भ में कही है। भाजपा-आरएसएस तथा नरेन्द्र मोदी ही पूरा हिंदू समाज नहीं हैं और यह भाजपा का ठेका नहीं है। लेकिन अमित शाह ने राहुल गांधी के बयान को शब्दश: सामने रखते हुए इसे पूरे हिंदू समाज के खिलाफ करार दिया।
Parliament Session: भगवान शंकर की तस्वीर लिए भाजपा के हिंदुत्व पर निशाना साधा
अपने हाथों में भगवान शंकर की तस्वीर लिए राहुल ने भाजपा-संघ ब्रांड के हिंदुत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि अहिंसा, प्रेम और बिना डरे सत्य की राह पर चलना ही हिंदू धर्म है। मृत्यु से भी भयभीत नहीं होने की भगवान शिव की निडरता के सहारे ही सत्ता की ताकत के खिलाफ विपक्ष ने यह चुनावी लड़ाई लड़ी है। राहुल ने भगवान शिव, गुरु नानक, ईसा मसीह, भगवान बुद्ध और भगवान महावीर की तस्वीरें दिखाईं तो इस्लाम में दुआ मांगने की स्वीकृत तस्वीर रखते हुए कहा कि सभी धर्म की शिक्षाओं में निडरता और सत्य-अहिंसा मूल है।
Parliament Session: स्पीकर ने नियम का हवाला देकर राहुल को रोका
स्पीकर ने नियम का हवाला देकर उन्हें रोका तब कुछ तस्वीरें उन्होंने आसन को सौंप दी, मगर भगवान शिव की तस्वीर को आखिर तक पास रखा और कई मौकों पर अपनी बात रखने के लिए इसका सहारा भी लिया। राहुल ने नीट पेपर लीक, मणिपुर हिंसा, अग्निपथ योजना, हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से लेकर महंगाई जैसे मुद्दे पर घेरते हुए राजग सरकार को सबको डराने की कार्यशैली छोड़ने की सलाह दी और कहा कि विपक्ष उसका दुश्मन नहीं बल्कि देश को आगे ले जाने के लिए अपना पूरा सहयोग और समर्थन देने को तैयार हैं।
Parliament Session: अयोध्या की जनता ने बीजेपी उम्मीदवार को हराकर स्पष्ट संदेश दिया
राहुल गांधी ने अयोध्या में भाजपा की हार का उल्लेख करते हुए कहा कि अयोध्या की जनता ने उसके उम्मीदवार को हराकर स्पष्ट संदेश दिया है। अयोध्या में लोगों में गुस्सा और आक्रोश इसलिए है कि क्योंकि उनके घर-दुकान तोड़ दिए गए हैं, कोई मुआवजा नहीं दिया गया है। राहुल गांधी ने दावा किया कि नरेन्द्र मोदी अयोध्या से चुनाव लड़ना चाहते थे और उन्होंने दो सर्वेक्षण करवाए, जिनमें साफ संकेत मिला कि वह वहां से हार जाएंगे। इसलिए वह वाराणसी भाग गए और बड़ी मुश्किल से खुद को बचा पाए।
Parliament Session: सब प्रधानमंत्री के इशारे पर किया गया
राहुल गांधी ने खुद पर हुए प्रहारों का जिक्र करते हुए कहा कि देश भर में उनके खिलाफ 20 मुकदमे दर्ज करना, दो साल की सजा सुनाना, घर छीन लेना यह सब प्रधानमंत्री के इशारे पर किया गया। इसके बावजूद वह भाजपा की सत्ता की ताकत से नहीं डरते हैं, बल्कि इसके उलट भाजपा ही कांग्रेस से डरती है। भाजपा पर मुस्लिम, सिख और ईसाई जैसे अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए नेता विपक्ष ने कहा कि वे चट्टान की तरह देशभक्त हैं और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में देश का प्रतिनिधित्व कर राष्ट्र को गौरवान्वित किया है।
Parliament Session: अग्निपथ को पीएम मोदी का ब्रेन चाइल्ड करार दिया
अग्निपथ को पीएम मोदी का ब्रेन चाइल्ड करार देते हुए राहुल ने कहा कि यह योजना उसी तरह लाई गई है, जैसे पीएम मोदी ने नोटबंदी कर छोटे और मध्यम उद्योग खत्म कर दिए। अग्निवीरों को मजदूर जैसा बनाए जाने और उन्हें बलिदानी का दर्जा नहीं देने से लेकर मुआवजे का मुद्दा उठाया, तो सत्तापक्ष के साथ तीखी झड़पें हुईं। इसी दौरान राहुल ने सदन में एलान किया कि कांग्रेस सत्ता में आई तो अग्निपथ योजना को खत्म कर सेना में जवानों की गैरबराबरी खत्म करेगी।
Parliament Session: नीट पेशेवर से कमर्शियल परीक्षा बन गई- राहुल
उन्होंने किसानों के कर्ज माफ करने और उनकी फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी देने से इनकार करने के लिए सरकार की आलोचना की। नीट पेपर लीक पर कहा कि छात्रों का इस परीक्षा से भरोसा उठ गया है, क्योंकि नीट पेशेवर से कमर्शियल परीक्षा बन गई है। नेता विपक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष के आसन की निष्पक्षता का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आप सदन में अंतिम निर्णायक हैं और आप जो करते हैं, वह भारत के लोकतंत्र को परिभाषित करता है।
Parliament Session: समूचे विपक्ष के साथ स्पीकर का सम्मान करता हूं
सदन में स्पीकर का पद और शब्द ही सर्वोच्च तथा अंतिम है। समूचे विपक्ष के साथ वह उनका सम्मान करते हैं। संबोधन के आखिर में राहुल गांधी ने रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने का आश्वासन देते हुए कहा कि संख्या बल के साथ आप सत्ता में हैं और इस हकीकत को स्वीकार करते हुए हम सरकार को पूर्ण सहयोग देने को तैयार हैं, बशर्ते वह विपक्ष के उठाए सवालों पर मूल सिद्धांतों का पालन करें।
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