Speaker Om Birla: राजस्थान की कोटा लोकसभा सीट से लगातार तीन बार सांसद बनने वाले ओम बिरला बीजेपी नेतृत्व की पहली पसंद बन गए हैं। लोकसभा चुनाव का परिणाम आने और मंत्रिमंडल के गठन के बाद लोकसभा अध्यक्ष के लिए कई नाम चर्चा में आए लेकिन Om Birla का नाम टॉप रहा। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में कई पूर्व मंत्रियों को फिर से कैबिनेट में स्थान दिया था।
Speaker Om Birla: BJP नेतृत्व की पहली पसंद
Om Birla को लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी फिर से मिलने वाली है। इसकी बड़ी वजह यह भी थी कि बिरला के कामकाज से बीजेपी नेतृत्व पूरी तरह से संतुष्ठ था। पिछले पांच साल में सदन में कभी ऐसी नौबत नहीं आई जब सत्ता पक्ष को स्पीकर की वजह से झुकना पड़ा हो। बता सदें कि NDA के प्रत्याशी ओम बिरला के खिलाफ INDIA गठबंधन ने के. सुरेश को अपना उम्मीदवार बनाया। इसके बाद पहली बार स्पीकर पद के लिए चुनाव किया गया।
Speaker Om Birla: नया रिकॉर्ड जुड़ा ओम बिरला के नाम
लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बनने पर Om Birla के नाम एक नया रिकॉर्ड जुड़ गया है। वे देश के दूसरे ऐसे नेता बन गए हैं जो लगातार पांच साल Speaker रहने के बाद दूसरी बार Speaker बने हैं। लगातार दो बार चुने जाने और कार्यकाल पूरा करने वाले बलराम जाखड़ एकमात्र लोकसभा अध्यक्ष रहे हैं।
हालांकि जीएम बालयोगी, पीए संगमा जैसे दिग्गज नेता भी दो बार लोकसभा अध्यक्ष बने थे लेकिन पूरे 5-5 साल के कार्यकाल पूरे नहीं किए। बलराम जाखड़ साल 1980 से 1985 तक और 1985 से 1989 तक अपने दोनों कार्यकाल पूरे किए थे।
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Speaker Om Birla: पहला चुनाव कोटा से लड़ा था बिरला ने
बिरला ने 2003 में कोटा विधानसभा सीट से अपना पहला चुनाव लड़ा और पहले ही चुनाव में कद्दावर कांग्रेसी मंत्री शांति धारीवाल को 10101 वोटों से हराया।
फिर 2008 में कोटा दक्षिण विधान सभा सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मंत्री राम किशन वर्मा को 24252 वोट से हराया। 2013 में भी कोटा दक्षिण से चुनाव जीते। अगले साल ओम बिरला को बीजेपी ने कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से सांसद का टिकट दिया और बिरला ने कांग्रेस पार्टी से सांसद इज्यराज सिंह को 2 लाख 782 वोट से हराया। 2019 में भी बिरला इसी सीट से सांसद बने। इस बार भी यहीं से सांसद का चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं।
Speaker Om Birla: लोकसभा में माइक बंद होने से चर्चा में आए थे बिरला
साल 2023 में राहुल गांधी लोकसभा में बोल रहे थे। उन्होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडाणी को मित्र बताते हुए पीएम पर निशाना साधा था। इसके बाद सत्ता पक्ष ने हंगामा कर दिया था।
इसके बाद जब राहुल गांधी अपने भाषण को खत्म कर सीट पर बैठे तो स्पीकर बिरला ने कहा कि ‘कोई भी बाहर यह ना कहा कहे कि स्पीकर साहब माइक बंद कर देते हैं, यह अच्छी बात नहीं है।’ इसके बाद राहुल गांधी स्पीकर बिरला की बात सुनकर फिर खड़े हुए और बोले ‘स्पीकर साहब यह बात तो सही है कि आप माइक बंद कर देते हो।’
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Speaker Om Birla: बिरला का राजनीतिक जीवन
• जिला अध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा, कोटा (1987-91)
• प्रदेश अध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा, राजस्थान राज्य (1991-1997)
• राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा (1997-2003)
• कोटा विधान सभा सीट से विधायक 2003 (पहले ही चुनाव में कद्दावर कांग्रेसी मंत्री शांति धारीवाल को 10101 वोट से हराया)
• कोटा दक्षिण विधान सभा सीट से विधायक 2008 (कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कद्दावर मंत्री राम किशन वर्मा को 24252 वोट से हराया)
• कोटा दक्षिण विधान सभा सीट से विधायक 2013 (कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पीसीसी महासचिव पंकज मेहता को 49439 वोट से हराया)
• कोटा-बूंदी लोक सभा सीट से सांसद 2014 (2009 से 2014 तक कांग्रेस पार्टी से सांसद इज्यराज सिंह को वोट 2 लाख 782 वोट से हराया )
• कोटा-बूंदी लोक सभा सीट से सांसद 2019 (वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा विधायक रामनारायण मीणा को 2 लाख 79 हजार वोट से हराया)
• कोटा-बूंदी लोक सभा सीट से सांसद 2024 (भाजपा से बागी होकर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल को 42 हजार वोट से हराया)
• कोटा के इतिहास में वैद्य दाऊदयाल जोशी के बाद लगातार तीन विधान सभा और तीन लोक सभा चुनाव जीतने वाले पहले जनप्रतिनिधि।
Speaker Om Birla: लोक सभा अध्यक्ष के रूप में उपलब्धियां
•19 जून 2019 को सर्वसम्मति से 17वीं लोक सभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए।
• संसद के नए भवन का निर्माण हुआ।
• 17वीं लोक सभा की उत्पादकता 97% रही जो पिछले 25 वर्षों में सर्वाधिक है।
• कोरोना महामारी के बीच आयोजित 17वीं लोक सभा के चौथे सत्र की उत्पादकता 167% रही जो लोक सभा के इतिहास में सर्वाधिक है।
• संसद के संचालन में वित्तीय अनुशासन को प्रोत्साहित कर 801 करोड़ की बचत की गई।
• 17वीं लोक सभा के दौरान 222 विधेयक कानून बनें जो पिछली तीन लोक सभा में सर्वाधिक है।
• 17वीं लोक सभा के दौरान विधेयकों पर कुल 440.54 घंटे चर्चा हुई जो पिछली चार लोक सभा में सर्वाधिक है।
• 17वीं लोक सभा के दौरान विभिन्न विधेयकों पर कुल 2910 सदस्यों ने चर्चा की जो पिछली चार लोक सभा में सर्वाधिक है।
• ज्ञान के समृद्ध कोष संसद की लाइब्रेरी को दिनांक 17 अगस्त 2022 से आमजन के लिए खोल दिया गया।
Speaker Om Birla: बिरला की अन्य उपलब्धियां
• पहले ही सत्र में 46 महिला सांसदों सहित सभी प्रथम निर्वाचित सदस्यों को अभिव्यक्ति का अवसर दिया।
• पहले सत्र में शून्यकाल के दौरान सदस्यों को 1066 विषय उठाने का अवसर दिया गया जो लोक सभा के इतिहास में किसी एक सत्र का रिकॉर्ड है।
• पहले सत्र के दौरान 18 जुलाई 2019 को शून्य काल के दौरान सदस्यों को 161 विषय उठाने का अवसर दिया गया जो लोक सभा के इतिहास में किसी एक दिन का रिकॉर्ड है।
• शून्य काल में उठाए गए विषयों पर भी माननीय सांसदों को उत्तर दिलवाने की व्यवस्था प्रारंभ की गई।
• सांसदों द्वारा नियम 377 के तहत उठाए गए विषयों के उत्तर मंत्रालयों द्वारा निर्धारित 30 दिन में देने पर कड़ाई से अमल करवाया गया। इस कारण 17वीं लोक सभा के दौरान लगभग 95 प्रतिशत विषयों पर माननीय सांसदों को प्रतिउत्तर प्राप्त हुए।
• सांसदों को सदन में की गई अभिव्यक्ति का वीडियो क्लिप तत्काल उपलब्ध करवाने की व्यवस्था प्रारंभ की गई।
• ओम बिरला के प्रयासों से 17वीं लोक सभा के दौरान ऐसा चार बार हुआ एक प्रश्नकाल में सभी 20 तारांकित प्रश्नों के उत्तर दिए गए।
• सांसदों की क्षमता निर्माण के लिए सदन में आने वाले विभिन्न विधेयकों के संबंध में ब्रीफिंग सेशन की नवीन व्यवस्था प्रारंभ की गई।
• ओम बिरला की पहले पर जनरल परपज कमेटी की बैठक 19 वर्ष बाद आयोजित की गई।
• ओम बिरला की पहल पर देर रात तक सदन का संचालन हुआ जिसमें सभी सदस्यों ने सहयोग किया।
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