Reserve Bank of India (RBI) के Deputy Governor स्वामीनाथन जे.ने कर्ज देने वालों को सलाह दी है कि वह MSME को लेकर सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाएं। उन्होंने कहा कि देश के विकास में MSME sector का अहम योगदान है। Deputy Governor ने यह बात Foreign Exchange Dealers Association of India (FEDAI) के annual day समारोह में कही।
Also Read:Inflation 2024: RBI के Survey Report में हुआ खुलासा, बढ़ सकती है महंगाई दर..
RBI :MSME के प्रति सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाये
Reserve Bank of India के Deputy Governor स्वामीनाथन जे. ने वित्तीय संस्थानों से MSME के प्रति अधिक संवेदनशील और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाने और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले sector का समर्थन करने के लिए लोन के पुनर्गठन जैसे सहायक विकल्पों को तैयार करने की सलाह दी है।
स्वामीनाथन जे. आज Foreign Exchange Dealers Association of India (FEDAI) के annual day समारोह में शामिल हुए थे। इस समारोह में उन्होंने संबोधन देते हुए कहा कि MSME को किफायती वित्त, विलंबित भुगतान, बुनियादी ढांचे की बाधाओं और अनुपालन की आवश्यकताओं जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
RBI: देश के आर्थिक परिवर्तन में जरूरी है MSME
डिप्टी गवर्नर ने कहा कि अगर एमएसएमई सेक्टर का मजबूत विकास नहीं होता है तो इसके बिना भारत की आर्थिक परिवर्तन का सफर भी पूरा नहीं हो पाएगा।
Also Read:Bharti Enterprise: भारतीय अरबपति की कंपनी UK में कर रही 4 अरब डॉलर का सौदा…
RBI Deputy Governor स्वामीनाथन जे.
देश की इकोनॉमी को आगे बढ़ाने में MSME का विकास होना जरूरी है। अगर MSME का विकास होता तो यह 2047 तक देश को विकसित अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा। RBI डिप्टी गवर्नर ने कहा कि जिस तरह से हम MSME क्षेत्र के साथ जुड़ते हैं तो उसकी चुनौतियों के प्रति संवेदनशीलता और सफलता के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए। संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता की साझेदारी ही देश के विकास की ताकत और स्थिरता को निर्धारित करेगी।
डिप्टी गवर्नर ने इस बात पर भी जोर दिया कि अर्थव्यवस्था में MSME की अहम भूमिका को देखते हुए वित्तीय क्षेत्र को उनके प्रति अधिक संवेदनशील और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
Subscribe Our Channel:https://www.youtube.com/@rajnitibharat