GTB Hospital: दिल्ली के गुरू तेग बहादुर अस्पताल में रविवार को एक बड़ी वारदात देखने को मिली जहां दिनदहाड़े अस्पताल के अंदर घुसकर एक मरीज को गोली मार दी गई जिसकी मौके पर ही मौत हो गई।
GTB Hospital का क्या है पूरा मामला आखिर?
बता दें दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल में 14 जुलाई यानी रविवार को अस्पताल के अंदर घुसकर एक मरीज को गोली मार दी गई। मरीज की पहचान 32 वर्षीय रियाजुद्दीन के नाम से हुई है, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि रियाजुद्दीन करीब 21 दिन से अस्पताल में भर्ती था। अस्पताल प्रशासन द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, बीते 23 जून को रियाजुद्दीन पेट में इन्फेक्शन की शिकायत के चलते एडमिट हुआ था। तब से उसका यहीं इलाज चल रहा था।
कब हुआ GTB Hospital का ये हादसा ?
रविवार 14 जून की शाम करीब 4.00 बजे एक लड़का उससे मिलने आया और उसे गोली मार दी। दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी है कि आरोपी की उम्र करीब 18 साल थी। पुलिस के मुताबिक GTB Enclave के वार्ड नंबर 24 में गोलीबारी के संबंध में एक PCR कॉल प्राप्त हुई थी। लेकिन इस घटना में अब चौंकाने वाले खुलासे हो रहें है, पुलिस के मुताबिक, सर्जरी वार्ड में रियाजजुद्दीन के बेड के ठीक सामने घोषित बदमाश वसीम भी भर्ती था , जो 17 मामलों में आरोपी था।
हमलावर उसी को मारने के लिए अस्पताल के अंदर घुसे थे, लेकिन गलती से मरीज रियाजजुद्दीन की हत्या कर भाग गए। जीटीबी एन्केव थाना पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि हमलावरों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। बता दें मृतक रियाजुद्दीन नशे का आदी था। हालांकि उसका कोई पुराना आपराधिक इतिहास नहीं हैं।
GTB Hospital की घटना हुई कैसे?
अस्पताल में रियाजजुद्दीन की बहन तरन्नुम देखभाल कर रही थीं। तरन्नुम का कहना था कि रविवार शाम करीब 4 बजे भाई के पेट पर पट्टी की जा रही थी। नर्स और वो भाई के पास खड़ी थीं। उसी दौरान तीन बदमाश वार्ड में घुस आए और एक बदमाश ने जेब से पिस्टल निकाली और रियाजजुद्दीन पर गोलियां बरसा दीं। दो गोलियां भाई के पेट पर लगीं।
नर्स और तरन्नुम पर भी फायरिंग की गई। हालांकि, दोनों गोलियों की आवाज सुनते ही नीचे बैठ गई। जिससे उनकी जान बच गई। बाद में हमलावर हवाई फायरिंग करते हुए भाग निकले। वार्ड के गेट पर सुरक्षाकर्मी भी था, लेकिन बदमाशों को रोकने की कोई हिम्मत नहीं जुटा सका। बदमाशों ने करीब सात राउंड गोलियां चलाईं।
GTB Hospital: हमलावर किसी और को मारने आए
अब इस घटना पर रियाजुद्दीन की पत्नी का बयान सामने आया है उन्होंने बताया “हमलावर किसी और को मारने आए थे। जिसे मारने आए थे, उसकी बीवी ने तीन-चार दिन पहले ही मुझसे कहा था कि डॉक्टर प्राइवेट रूम नहीं दे रहे।
उसके पति को खतरा है और कभी भी वो लोग उसके पति को मारने आ सकते हैं। उस आदमी को चार गोलियां पहले से लगी हुई हैं। उसका भी पेट फटा हुआ और मेरे पति का भी। इसी धोखे में हमलावरों ने मेरे पति को मार दिया”।
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GTB Hospital: वसीम के परिवार का दावा
इस के साथ ही वसीम के परिवार का दावा है कि वेलकम थाना क्षेत्र के बदमाश समीर बाबा ने इस पूरी घटना को अंजाम दिलवाया है। समीर बाबा ने अपने गुर्गों को अस्पताल भेजा था और वो वसीम की हत्या करना चाहते थे। वसीम की पत्नी आफरीन का कहना है कि उसके पति की हत्या के लिए दो बार पहले भी बदमाश आए थे, लेकिन मौका ना लग पाने की वजह से वापस लौट गए थे।
दरअसल, वसीम जब जेल में बंद था, तब उसकी लड़ाई वेलकम इलाके के बदमाश समीर बाबा से हो गई थी। आरोप है कि समीर बाबा के इशारे पर हत्या का प्लान बनाया गया। वहीं अब इस घटना के बाद वसीम की पत्नी ने पुलिस सुरक्षा दिए जाने की मांग की है।
GTB Hospital: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा
आपको बता दें इस घटना पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सभी अस्पतालों की सुरक्षा समीक्षा की जाएगी और कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही घटना के बाद डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ में नाराजगी है।
रेजिडेंट्स डॉक्टर्स एसोसिएशन विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं वहीं अब देश की राजधानी में दिनदहाड़े हुए इस हत्याकांड ने दिल्ली पुलिस और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर कोई इंसान अस्पताल जैसी जगह पर भी सुरक्षित नहीं है, तो फिर सुरक्षा की गुहार कहां लगाई जाए। फिलहाल दिल्ली पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है।
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