Kolkata rape case: कोलकाता के RG Kar Medical College and Hospital में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या की घटना को करीब 20 दिन से ज्यादा हो चुकें हैं, ऐसें में लेडी डॉक्टर के लिए इंसाफ की मांग को लेकर बंगाल सहित देशभर में जमकर बवाल जारी हैं साथ ही इस मामले पर सियासत भी खूब हो रही है जिससे बंगाल में हालात बिगड़ते जा रहें है।
Kolkata rape case: पूरा मामला आखिर है क्या
रेप पर राजनीति कहां तक सही है लेकिन अब यही हो रहा है, दरअसल कोलकाता रेप केस की बात करें तो अब लगता है कि इस मामले पर जांच से ज्यादा सियासत हो रहीं है यानी रेप पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग से शुरू हुआ।
ये विरोध प्रदर्शन अब राजनीतिक दलों के लिए प्रदर्शन का अखाड़ा बन गया है क्योंकि अभी हाल ही में हमने देखा था कि बीते दिनों जब बीजेपी ने बंगाल बंद बुलाया था तो उस दौरान BJP और TMC के कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झड़प देखने को मिली थी साथ ही कई भाजपा के कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया था, इतना ही नहीं 30 अगस्त को भी BJP की महिला विंग सहित भाजपा नेताओं ने रेप केस पर राज्य के महिला आयोग की चुप्पी को लेकर और TMC के विरोध में आयोग के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था।
Kolkata rape case: TMC और BJP सरकार एक दूसरे पर जुबानी हमले
साथ ही गेट पर सांकेतिक रूप से बड़ा ताला भी लगाया था, वहीं BJP लगातार सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रही है और अब इस मामले को लेकर TMC और BJP सरकार एक दूसरे पर जुबानी हमले करती भी नज़र आ रहीं हैं, एक तरफ जहां BJP ममता सरकार पर आरोप लगा रही है कि बंगाल में लोकतंत्र बचा ही नहीं है, Law and Order नाम की कोई चीज़ ही नहीं हैं तो वहीं दूसरी तरफ TMC भी BJP पर नबन्ना अभियान के जरिए बंगाल में दंगा करवाने का इल्जाम लगा रही है।
Kolkata rape case: नेता भी तीखे बोल बोल रहें हैं
इतना ही नहीं इस मामले पर सियासी उबाल इतना तेज है कि अब नेता भी तीखे बोल बोल रहें हैं क्योंकि हमने हाल ही में सीएम ममता बनर्जी का धमकी भरा बयान भी सुना था जिसमें वो BJP पार्टी पर निशाना साधते नज़र आई थी जिसके बाद BJP के नेताओं ने पलटवार करते हुए उनके इस बयान पर उन्हें खूब खरी खोटी भी सुनाई थी।
इन सब के बावजूद अब भी रेप पर राजनीति बरकरार है क्योंकि अब TMC ने 31 अगस्त यानी शनिवार को BJP के बंगाल बंद के विरोध में धरना देने का आह्वान किया जिसमें हर ब्लॉक से TMC के कार्यकर्ता शामिल हुए और धरना देने के साथ रैलियां निकाली, क्योंकि TMC का कहना है कि बीजेपी बंद बुलाती है तो अब TMC ने भी तय किया है कि वो भी सड़क पर उतरकर ही जवाब देगी।
Kolkata rape case: आरोपी के लिए फांसी की सजा
इतना ही नहीं 1 सितंबर को TMC का महिला मोर्चा भी इस मामले में आरोपी के लिए फांसी की सजा और मौजूदा कानूनों में संशोधन की मांग को लेकर धरना करेगा, इससे एक दिन पहले TMC के छात्र संघ ने भी 30 अगस्त को रेप के अपराधियों के लिए मौत की सजा की मांग कर, कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया था।
वहीं इस मामले पर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर ये मांग की है कि देश में रेप के खिलाफ सख्त कानून बने, साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि वह विधानसभा में ऐसा कानून लाएंगी जिससे रेप केस में पीड़िता को 10 दिन में न्याय मिलेगा और अगर बिल को राजभवन ने पारित नहीं किया तो वहां भी प्रदर्शन किया जाएगा।
Kolkata rape case: पूरे देश में पीड़िता के लिए न्याय की मांग
बता दें बंगाल ही नहीं पूरे देश में पीड़िता के लिए न्याय की मांग हो रही है इसी कड़ी में 31 अगस्त को दिल्ली में फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से भी जंतर मंतर पर एक बड़ा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
यानी देखा जाए तो इस पूरे मामले पर जांच तो जारी है लेकिन सियासी विरोध प्रदर्शन का दौर भी रूकने का नाम नही ले रहा है, फिलहाल इस कोलकाता रेप-मर्डर केस पर अभी cbi जांच कर रही है और अदालतें भी अपना काम कर रही है तो ये देखना तो अब बाकी होगा कि आखिर रेप पीड़िता को इंसाफ कब तक मिल पाएगा, और क्या इस घटना के बाद अब देश में रेप के अपराधियों के खिलाफ कोई सख्त कानून बनेगा या नहीं।
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