Dr. Abdul Kalam 2024:मिसाइल मैन के जीवन के ये किस्से, बदल देंगे आपका जीवन…

Share this article
Dr. Abdul Kalam

Dr. Abdul Kalam: सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो सूरज की तरह जलना सीखों, सपने वो नहीं होते जो आप सोते समय देखते है सपने वो होते है जो अपको सोने नहीं देते ये विचार है मिसाइल मैन के नाम से जाने-जाने वाले भारत के 11वें राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम के और आज उनकी पुण्यतिथि है तो आई जानते है उनके जीवने कुछ ऐसे किस्से जिससे शायद आपकी की भी जिन्दगी बदल जाए

Dr. Abdul Kalam के जीवन में इतना संघर्ष
Dr. Abdul Kalam

अब्दुल कलाम का जीवन खुद में ही एक पाठशाला रहा है इसी लिए बचपन हो या युवा अवस्था कलाम के जीवन में इतना संघर्ष था कि 8 साल की उम्र में ही आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने अखबार बेचना शुरु कर दिया था। कलाम इतने समझदार थे कि वो समय से अखबार बेच आते थे क्योंकि उन्हें पता था कि अखबार बेचने के बाद उन्हें स्कूल भी जाना है।

Also Read: International Day of Yoga 2024: योग, एक प्राचीन भारतीय प्रणाली।

Dr. Abdul Kalam के जीवन के महत्वपूर्ण किस्से

एक महान वैज्ञानिक होने के साथ-साथ कलाम युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक नेता भी थे, उनके जीवन से हमें ईमानदारी संयम और परिश्रम की सीख मिलती है। चलिए जानते हैं उनके जीवन का वो किस्सा जो हमें मानवता की सीख देता है।

1.यह बात उस समय की है जब डॉक्टर अब्दुल कलाम DRDO (Defence Research & Development Organisation) में काम कर रहे थे। तब उनके कार्यालय के भवन की सुरक्षा को बढ़ाया जाना था और उनके साथ काम कर रहे अन्य लोगों ने इमारत की दीवार पर टूटे हुए कांच के टुकड़े लगाने की योजना बनाई लेकिन जब डॉक्टर कलाम को यह पता चला तो उन्होंने यह काम रुकवा दिया।

उनका कहना था इंसान तो रुक जाएंगे लेकिन पक्षी कहां जाएंगे वह कहां आराम करेंगे, पक्षी दीवार पर बैठेंगे तो घायल हो जाएंगे। उनके जीवन का एक किस्सा ऐसा भी है जिस सुनकर आपके मन में उनके प्रति सम्मान को और बढ़ा जाएगा।

2.एक बार IIT वाराणसी के दीक्षांत समारोह में डॉक्टर कलाम को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया जहां स्टेज पर कुल पांच कुर्सियां रखी थी बीच वाली कुर्सी डॉक्टर कलाम की थी और अन्य कुर्सी विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों के लिए थी। लेकिन जब डॉक्टर कलाम ने देखा कि उनकी कुर्सी अन्य कुर्सियों की तुलना में अधिक ऊंची है तब उन्होंने कुर्सी पर बैठने से इनकार कर दिया। 

Dr. Abdul Kalam

3.डॉक्टर अब्दुल कलाम गरीब अमीर ऊंच नीच और भेदभाव से कितने दूर थे। इस बात का पता इस घटना से चलता है कि राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली केरल यात्रा के दौरान उन्होंने राजभवन में सड़क के किनारे कम कर रहे मोची और एक छोटे से होटल के मालिक को मेहमान के रूप में आमंत्रित किया।

4.उनके जीवन का एक किस्सा हमें यह सीख देता है कि हमें अपने सपनों को कभी नहीं छोड़ना चाहिए उन्हें पूरा करने के लिए इच्छा शक्ति,आत्मविश्वास, और उत्साह रखना चाहिए।

Also Read:  World Environment Day 2024:  प्रकृति को हैं हमारी ज़रूरत, धरती को बचाने के लिए बढ़ाएं हाथ

बात उस समय की है जब डॉक्टर कलाम पायलट बनने के सपने को पूरा करने के लिए वायुसेना में जाना चाहते थे, उन्होंने Aeronautical Engineering की पढ़ाई की जिसके बाद वह वायुसेना में चले गए लेकिन परीक्षा में असफल हो गए और उनका चयन नहीं हुआ। उन्होंने बताया था कि कुल 10 छात्र थे उन्होंने अंतिम स्थान हासिल किया था लेकिन अकादमी में केवल नौ सिटें थी। इसलिए उन्हें प्रवेश से वंचित कर दिया गया।

लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी राष्ट्रपति बनने के बाद वह सर्वोच्च कमांडर बने और फिर वायुसेना प्रमुख के पास गए और उनसे कहा कि वह उड़ना सीखना चाहते हैं। इस पर प्रमुख ने कहा कि हम प्रशिक्षण देंगे और 6 महीने प्रशिक्षित होने के बाद डॉ कलाम ने सुखोई फाइटर जेट उड़ाया।

ऐसे ही तमाम प्रेरणादायक किस्से  कहानियों है जो हमें कोई न कोई सीख देते है कलाम बच्चो से बहुत प्यार किया करते थे और अक्सर ही वो स्कूल/ कॉलेजों में जाया करते थे।

आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते, लेकिन अपनी आदतें बदल सकते हैं। निश्चित रूप से आपकी आदतें आपका भविष्य बदल देंगी क्या कलाम के इस विचार आप अपना भविष्य बदलेंगे।

Subscribe Our Channel: https://youtube.com/@vup_samachar?si=7fU727DBfBSVisVB

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *