Rajasthan Youth Parliament: शनिवार को राजस्थान विधानसभा की तस्वीर बदली नजर आई। जिस सदन में चुने हुए जनप्रतिनिधि बैठा करते हैं, वहां स्कूली बच्चे बैठे नजर आए। राजस्थान विधानसभा में शनिवार को युवा संसद आयोजित हुई। इसमें शामिल हुए स्कूली छात्र सीएम, मंत्री और नेता प्रतिपक्ष बने। विधानसभा के नियमित सत्र की तरह प्रश्नकाल हुआ, जिसमें छात्रों ने जोरदार बहस भी की।आसन पर सभापति भी मौजूद थे। एक-एक कर स्कूली बच्चों ने कोचिंग से लेकर करप्शन तक के मुद्दे पर सवाल पूछे। उसी तर्ज पर मंत्री की भूमिका निभाने वाले छात्रों ने जवाब दिए।
इसके बाद कोचिंग पर regulatory body बनाने को लेकर प्रस्ताव पर बहस भी हुई। बहस में देशभर से आए स्टूडेंट्स ने भारत की शिक्षा प्रणाली पर नाराजगी जाहिर करते हुए सिस्टम की खामियां सुधारने का सुझाव दिया।
Rajasthan Youth Parliament:कार्यक्रम में और क्या कुछ हुआ।
दरअसल, शनिवार को राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा के देखरेख में “युवा संसद समारोह” का आयोजन हुआ। इस मौके पर स्कूली छात्रों ने जनप्रतिनिधियों की भूमिका निभाते हुए सदन में कई सवाल पूछे। किसी ने कोटा कोचिंग को लेकर सवाल किया तो कोई करप्शन के मुद्दे पर अपनी बात रखता नजर आया।
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Rajasthan Youth Parliament:छात्रा दिवा शर्मा की शिक्षा प्राणाली पर नाराजगी
इन्ही में से एक छात्रा दिवा शर्मा ने शिक्षा प्राणाली पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “ किसी अर्जुन को श्रेष्ठ साबित करने के लिए हर युग में एकलव्य का अंगूठा कटाया गया। अंगूठे तो आज भी कट रहे हैं, लेकिन अब द्रोणाचार्यों ने दुर्बलता को कानून बना दिया है। पेपर लीक, संगठनात्मक भ्रष्टाचार आज के द्रोणाचार्य हैं।
Rajasthan Youth Parliament:36 हजार बच्चों ने सुसाइड किया
आकड़े बताते हुए उन्होंने कहा 2019 से 2024 के बीच 36 हजार बच्चों ने सुसाइड किया। कारण students पर pressure.. नीट की 50 हजार सीटों के लिए 25 लाख स्टूडेंट के बीच प्रतिस्पर्धा होती है। JEE में सीटें बढ़नी चाहिए। जब तक सीटें नहीं बढ़ती है, हालात ये ही रहेंगे…
Rajasthan Youth Parliament: GDP का 6 प्रतिशत खर्च शिक्षा पर होना चाहिए
इसके अलावा दिवा ने जो अहम बात कही वो ये की कोचिंग संस्थान युवा पीढ़ी को लूट रहे हैं। दरअसल, एजुकेशन सिस्टम पर हम अपनी GDP का बहुत कम खर्च कर रहे हैं। कोठारी कमीशन की सिफारिश के माने तो GDP का 6 प्रतिशत खर्च शिक्षा पर होना चाहिए। लेकिन हम 2.5 प्रतिशत ही खर्च कर रहे हैं।
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कार्यक्रम में एक अन्य युवा सांसद.. स्नेहा राठौड़ ने कहा, “हमारे देश के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों में 120 से भी ज्यादा छात्रों के लिए केवल एक अध्यापक नियुक्त होता है। क्या ये पर्याप्त है? हमें जरुरत है मजबूत नियम बनाने की ताकि ये कोचिंग संस्थान पारदर्शी रूप से संचालित हो और छात्रों की पढ़ाई को प्राथमिकता दे।”
Rajasthan Youth Parliament:कार्यक्रम में 41 विद्यालयों के 181 विद्यार्थियों द्वारा
बता दें, कार्यक्रम में 41 विद्यालयों के 181 विद्यार्थियों द्वारा विधायक के तौर पर सदन में बैठकर जनहित से जुड़े सवाल पूछे गए और उनके द्वारा ही स्पीकर, मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष साथ ही मंत्री की भूमिका निभाई गयी। कार्यक्रम में 20 जयपुर के और से तो 21 राज्य के अन्य जिलों-राज्यों के विद्यालयों ने कार्यक्रम में भाग लिया था।
Rajasthan Youth Parliament:निशा छेड़ा ने कहा- हम अंधे की लाठी की जगह खुद अंधे बन गए
विधायक की भूमिका में छात्रा निशा छाडा ने कहा कि शिक्षा दान की वस्तु है तो इसका बाजारीकरण क्यों? जब एक तरह की फीस ली जाती है। कोचिंग वाले कमजोर-होशियार छात्रों के अलग बैच बनाकर भेदभाव करते हैं। उन्होंने कहा कि आईआईटी कानपुर में आधे घंटे की बैठक के बाद पेपर रद्द कर दिया, क्योंकि एक कोचिंग से पेपर लीक हो गया था। कोचिंग सेंटरों के लिए सख्त मॉनिटरिंग मैकेनिज्म बनाए जाने की जरूरत है।
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