Shankaracharya statement पर क्यों भड़की कंगना रनौत? क्या 1971 में हुआ कांग्रेस पार्टी का विभाजन ?

Share this article
Why did Kangana Ranaut get angry on Shankaracharya statement?

Shankaracharya statement : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ऐसा बयान दिया, जो कि सुर्खियों में आ गया। उन्होंने अपने एक बयान में कहा था कि उद्धव ठाकरे ‘विश्वासघात के शिकार’ हैं। उनके इसी बयान पर राजनीति गरमा गई है। वहीं भारतीय जनता पार्टी की सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत अब एकनाथ शिंदे के समर्थन में सामने आई हैं।

उन्होंने शंकराचार्य पर कटाक्ष करते हुए कहा कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने एकनाथ शिंदे को ‘देशद्रोही’ और ‘विश्वासघाती’ कहकर ‘सबकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है’।

Shankaracharya statement पर कंगना रनौत ने ऐसा क्यों कहा.. ये पूरा मामला क्या है?

 कंगना ने अपने सेशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने लंबे-चौड़े पोस्ट में कंगना ने लिखा ,  “राजनीति में गठबंधन, संधि और एक पार्टी का विभाजन होना बहुत सामान्य और संवैधानिक बात है, कांग्रेस पार्टी का विभाजन 1907 में और फिर 1971 में हुआ, अगर राजनीति में राजनीतज्ञ राजनीति नहीं करेगा तो क्या गोलगप्पे बेचेगा? शंकराचार्य जी ने उनकी शब्दावली और अपने प्रभाव और धार्मिक शिक्षा का दुरुपयोग किया है।

Also Read:  Kangana Ranaut BJP: Lok Sabha election 2024 मंडी की सांसद Kangana Ranaut संसद में कदम रखने से पहले लिया मां का आशीर्वाद

Shankaracharya statement पर कंगना रनौत ने लिखा….

उन्होंने आगे लिखा, धर्म ये भी कहता है कि अगर राजा ही प्रजा का शोषण करने लगे तो राजद्रोह ही आखिरी धर्म है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का सर्मथन करते हुए उन्होंने लिखा, शंकराचार्य जी ने महाराष्ट्र के हमारे माननीय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपमानजनक शब्दावली से गद्दार, विश्वासघाती जैसे आरोप लगाते हुए हम सब कि भावनाओं को ठेस पहुचाई है, शंकराचार्य जी इस तरह की छोटी और ओछी बातें करके हिन्दू धर्म की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं“।

Shankaracharya statement: उद्धव ठाकरे के साथ विश्वासघात हुआ है

बता दें, शंकराचार्य हाल ही में अनंत अंबानी की शादी में शामिल होने मुंबई पहुंचे थे। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने भी उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद शंकराचार्य ने कहा था, उद्धव ठाकरे के साथ विश्वासघात हुआ है। ये हिंदू समाज पर अघात था। इतना ही नहीं शंकराचार्य ने शपथ ली थी की जब तक उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री नहीं बन जाते तब तक उनकी पीड़ा बनी रहेगी। इतना ही नहीं शंकराचार्य ने एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा था, सबसे बड़ा घात विश्वासघात होता है। उन्होंने कहा कि जो विश्वासघात करे वो हिंदू नहीं हो सकता।

Also Read: Kangana Ranaut ने तेजस्वी यादव की जगह गलती से तेजस्वी सूर्या पर हमला बोल दिया

Shankaracharya statement: राजनीति के लोगों को भी तो धर्म में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए

शंकराचार्य के इस बयान का जब विरोध हुआ तो उन्होंने इस पर कहा,  “हम संन्यासी हैं, हमें राजनीतिक बयान नहीं देना चाहिए ये बिल्कुल ठीक बात है। हम इसी सिद्धांत के हैं, लेकिन राजनीति के लोगों को भी तो धर्म में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए”।

हलांकि, ये कोई पहली बार नहीं है जब शंकराचार्य ने political बयान दिया हो… वो अक्सर ऐसी राजनीतिक बयानबाजी करते आए… और इस बार कंगना रनौत ने उनके इस बयान पर अप्पति जताया है।

Subscribe Our Channel: https://youtube.com/@vup_samachar?si=7fU727DBfBSVisVB

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *