प्रस्तावना
Digital Health: आज के डिजिटल युग में, बच्चों का अधिकांश समय स्क्रीन के सामने बिताने में गुजरता है। चाहे वह स्मार्टफोन हो, टैबलेट, या टीवी, तकनीक का बढ़ता उपयोग बच्चों के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है। हालांकि, इस स्क्रीन टाइम का बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। इस लेख में, हम बच्चों में डिजिटल स्वास्थ्य के मुद्दों, स्क्रीन टाइम के प्रभाव और इसके समाधान पर चर्चा करेंगे।
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स्क्रीन टाइम का बढ़ता उपयोग
Digital Health: वर्तमान में, औसत बच्चा दिन में 7 घंटे से अधिक समय स्क्रीन के सामने बिताता है। यह आंकड़ा उम्र, सामाजिक-आर्थिक स्थिति और क्षेत्र के अनुसार भिन्न हो सकता है। जब हम टीवी, वीडियो गेम, और ऑनलाइन कक्षाओं का समावेश करते हैं, तो यह संख्या और बढ़ जाती है। स्क्रीन का अधिक उपयोग बच्चों की गतिविधियों को सीमित कर देता है, जिसके कारण शारीरिक गतिविधियाँ कम होती हैं।
स्क्रीन टाइम के प्रभाव
- Digital Health मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव:
- चिंता और अवसाद: शोध बताते हैं कि अधिक स्क्रीन टाइम बच्चों में चिंता और अवसाद के लक्षण बढ़ा सकता है। सोशल मीडिया पर अनावश्यक दबाव और तुलना की प्रवृत्ति बच्चों को मानसिक रूप से प्रभावित कर सकती है।
- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई: लंबे समय तक स्क्रीन के सामने रहने से बच्चों की एकाग्रता में कमी आ सकती है। उन्हें शैक्षणिक कार्यों में ध्यान लगाने में कठिनाई हो सकती है।
- Digital Health शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव:
- वजन बढ़ना: स्क्रीन टाइम बढ़ने के साथ, बच्चों की शारीरिक गतिविधियाँ घट जाती हैं। यह वजन बढ़ने और मोटापे की समस्या का कारण बन सकता है।
- आँखों की समस्या: स्क्रीन के लगातार उपयोग से बच्चों में आँखों की समस्या, जैसे कि कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम, बढ़ सकती है। इससे आँखों में सूजन, थकान और दृष्टि में कमी हो सकती है।
- सामाजिक विकास पर प्रभाव:
- समाजिक कौशल में कमी: जब बच्चे स्क्रीन के सामने अधिक समय बिताते हैं, तो वे वास्तविक जीवन की सामाजिक गतिविधियों में भाग नहीं ले पाते। इससे उनकी सामाजिक कौशल में कमी आ सकती है।
समाधान
- Digital Health स्क्रीन टाइम की सीमाएँ तय करें:
- माता-पिता को बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम की सीमाएँ निर्धारित करनी चाहिए। American Academy of Pediatrics के अनुसार, 2 से 5 साल के बच्चों के लिए 1 घंटे का स्क्रीन टाइम पर्याप्त होता है।
- शिक्षण सामग्री का चयन करें:
- सुनिश्चित करें कि बच्चे ऐसी सामग्री देखें जो शैक्षणिक और विकासात्मक हो। शैक्षणिक एप्स और वीडियो का चयन करें, जो उनकी सोचने की क्षमता को बढ़ाएं।
- सक्रियता के लिए प्रोत्साहन:
- बच्चों को खेलने और बाहर जाने के लिए प्रेरित करें। “No Screen Time” घंटे निर्धारित करें, जिसमें बच्चे खेल, पढ़ाई या अन्य गतिविधियों में शामिल हो सकें।
- परिवारिक गतिविधियाँ:
- परिवार के साथ मिलकर कोई खेल खेलें या आउटडोर गतिविधियों में भाग लें। यह न केवल शारीरिक गतिविधि बढ़ाएगा, बल्कि परिवार के सदस्यों के बीच संबंध भी मजबूत करेगा।
- डिजिटल शिक्षा:
- बच्चों को डिजिटल दुनिया के बारे में शिक्षा दें। उन्हें समझाएं कि सोशल मीडिया पर क्या सुरक्षित है और क्या नहीं। सही जानकारी और साक्षरता से बच्चे खुद को सुरक्षित रख सकेंगे।
निष्कर्ष
Digital Health: डिजिटल स्वास्थ्य बच्चों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्क्रीन टाइम के बढ़ते प्रभावों के साथ, माता-पिता और शिक्षकों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी ताकि बच्चों को सही दिशा में मार्गदर्शन किया जा सके। सही उपायों और सीमाओं के साथ, हम बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और उन्हें एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली की ओर अग्रसर कर सकते हैं।
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