हरियाणा विधानसभा चुनाव का परिणाम कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि इस चुनाव से यह साफ हो गया है कि हिंदू समाज को बांट कर राज्य पर शासन नहीं किया जा सकता। उनका कहना था, “हिंदू समाज यह जानता है कि राहुल गांधी और कांग्रेस कैसे हिंदुओं को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने इस चुनाव परिणाम को कांग्रेस के लिए “सबक” करार दिया और कहा कि हरियाणा की जनता ने कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति को नकार दिया है।
ईवीएम पर कांग्रेस की आलोचना
हिमंत शर्मा ने कांग्रेस द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) की आलोचना करने पर भी सवाल उठाए। उनका कहना था कि कांग्रेस जब चुनाव जीतती है, तब वे ईवीएम पर सवाल नहीं उठाते, लेकिन जब वे हारते हैं तो ईवीएम को दोषी ठहराने लगते हैं। यह कांग्रेस का पुराना हथकंडा है, जो वे कई चुनावों के बाद दोहराते आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब पार्टी जीतती है तो वह ईवीएम पर सवाल नहीं उठाती, लेकिन जब हारती है, तो ईवीएम पर सवाल उठाती है।”
शर्मा ने कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यदि वे ईवीएम के खिलाफ बयान देना चाहते हैं, तो पहले उन्हें अपने पदों से इस्तीफा देना चाहिए। यह बयान कांग्रेस की चुनावी हार पर केंद्रित था और पार्टी की हार के बाद की प्रतिक्रियाओं को लेकर भी शर्मा ने उन्हें आड़े हाथों लिया।
हरियाणा की जनता ने दिखाया एकजुटता
असम के मुख्यमंत्री ने हरियाणा की जनता को इस चुनाव परिणाम के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि हरियाणा चुनाव ने यह दिखा दिया कि हिंदू समाज एकजुट हो सकता है। उनका कहना था, “हिंदू भी साजिशों के बारे में जानते हैं। हिंदू भी जानते हैं कि कांग्रेस किस तरह से उन्हें बांटने की कोशिश कर रही है।” शर्मा ने कहा कि हरियाणा का चुनाव परिणाम हिंदू समाज की एकजुटता का प्रतीक है और कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति का विरोध है।
कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी
शर्मा ने कांग्रेस की चुनावी रणनीतियों पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पूरा विश्वास था कि वे हरियाणा में जीत हासिल करेंगे, इसलिए उन्होंने चुनाव जीतने की खुशी में पहले से ही बैंड वालों को बुला रखा था। लेकिन जब नतीजे आए और कांग्रेस हार गई, तो उन्होंने बैंड वालों को वापस भेज दिया और उनके पैसे तक नहीं दिए। यह टिप्पणी कांग्रेस की आत्मविश्वास भरी शुरुआत और नतीजों के बाद की स्थिति को लेकर थी।
बीजेपी की तीसरी बार सत्ता में वापसी
हरियाणा चुनाव परिणामों में बीजेपी ने तीसरी बार सत्ता में वापसी की है। 48 सीटों पर जीत के साथ बीजेपी ने अपनी पकड़ को मजबूत किया है। वहीं कांग्रेस ने इस चुनाव में केवल 37 सीटों पर जीत दर्ज की, जिससे यह साफ हो गया कि कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति अब असर नहीं दिखा रही है। हरियाणा के मतदाताओं ने बीजेपी को समर्थन देते हुए कांग्रेस के “गेम प्लान” को नकार दिया।
हिमंत विश्व शर्मा का प्रभावशाली नेतृत्व
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा न केवल असम बल्कि पूरे देश में अपनी बेबाकी और स्पष्टवादी राजनीति के लिए जाने जाते हैं। उनका बयान कांग्रेस के खिलाफ न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश की राजनीति पर प्रभाव डालने वाला हो सकता है। उन्होंने जिस तरीके से कांग्रेस की नीतियों पर सवाल उठाए और हिंदू समाज को एकजुट रहने का संदेश दिया, वह बीजेपी के लिए एक मजबूत रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
निष्कर्ष
हरियाणा चुनाव परिणाम कांग्रेस के लिए एक बड़ी हार साबित हुई है, और बीजेपी ने एक बार फिर साबित किया है कि वह राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रख सकती है। हिमंत विश्व शर्मा के बयान ने इस चुनाव परिणाम को और अधिक चर्चा का विषय बना दिया है। उनके द्वारा कांग्रेस पर लगाए गए आरोप और हिंदू समाज की एकजुटता का संदेश निश्चित रूप से राजनीतिक गलियारों में गूंजेगा।
Subscribe our channel: https://www.youtube.com/@rajnitibharat